डायबिटीज और स्मोकिंग: जानें धूम्रपान छोड़ने के टिप्स

Published:Nov 30, 202309:52
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डायबिटीज और धूम्रपान – इस विषय को पढ़कर आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन दोनों को लेकर बात क्यों की जा रही है। डायबिटीज तो बीमारी है और स्मोकिंग है लत, फिर दोनों का एक दूसरे से क्या रिश्ता है? तो आपको बता दें कि अगर आप मधुमेह के मरीज हैं और आपको सिगरेट पीने की भी बहुत बुरी लत है, तो यह दोनों मिलकर आपकी जान बड़े खतरे में डाल सकते है। डायबिटीज और स्मोकिंग दोनों पर ही नियंत्रण रखना जरूरी है, तभी आप स्वस्थ रह सकेंगे और लंबी जिंदगी जी पाएंगे।

डायबिटीज वह समस्या है, जिसमें ब्लड शुगर का लेवल सामान्य से ज्यादा रहता है। पेट के पास पैनक्रियाज इंसुलिन हार्मोन बनाती है। इंसुलिन का काम, ग्लूकोज को शरीर की कोशिकाओं में ले जाना होता है। जब आपको डायबिटीज होता है, तब शरीर या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता है या इंसुलिन का काम ठीक तरह से नहीं हो पाता। डायबिटीज आम तौर पर दो तरह के होते हैं- टाइप-1 डायबिटीज और दूसरा टाइप-2 डायबिटीज। आम तौर पर लोगों को टाइप-2 डायबिटीज ही होता है, वहीं टाइप-1 डायबिटीज कम ही लोगों में होता है, यह विशेष रूप से बच्चों में होता है। 

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स्मोकिंग तो आप जानते ही हैं कि यह एक तरह का व्यवसन या लत होती है। यह लत शरीर के लिए खतरनाक तो है ही, पर 2014 के सर्जन जनरल रिपोर्ट में पाया गया है कि सिगरेट पीने से टाइप-2 डायबिटीज हो सकता है, जिसे एडल्ट- ऑन्सेट डायबिटीज कहते हैं। जो लोग सिगरेट नहीं पीते हैं उनकी तुलना में स्मोक करने वालों में टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। प्रतिदिन आप कितनी सिगरेट पीते हैं, उस पर डायबिटीज होने का खतरा निर्भर करता है। यह और नुकसानदायक तब बन जाती है जब आपको साथ में डायबिटीज की बीमारी भी होती है। सिगरेट में जो निकोटीन होता है, वह ब्लड वेसल्स को सख्त और संकरा कर देता है। इसके कारण शरीर में रक्त का प्रवाह अच्छी तरह से नहीं हो पाता है। ऊपर से अगर आपको डायबिटीज की बीमारी होती है, तो वह दिल पर और भी भारी पड़ जाता है। डायबिटीज और स्मोकिंग, दोनों मिलकर जीवन के लिए खतरा बन जाते हैं। 

अगर आपको डायबिटीज है और आप स्मोक भी करते हैं, तो इस वजह से आपको कुछ और भी बीमारियां भी हो सकती हैं –

– दिल और किडनी की बीमारी

– पैर में रक्त का प्रवाह कम होने के कारण इंफेक्शन और अल्सर होने का खतरा

रेटिनोपैथी (आंख की बीमारी है जिसके कारण अंधापन हो सकता है)

-पेरिफेरल न्यूरोपैथी (हाथ और पैर के नर्व को नुकसान पहुंचने के कारण सूजन, दर्द और कमजोरी महसूस हो सकता है)।

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सबसे पहले सिगरेट छोड़ने की तरफ कदम बढ़ाते हैं। आप सोच रहें होंगे कि इतनी मुश्किल काम को कैसे करेंगे तो, कोई बात नही हम आपका पूरा साथ देते हैं। यहाँ हम कुछ ऐसे आसान टिप्स के बारे में बताएंगे, जिससे आप अपनी सिगरेट पीने की तलब को आसानी से कंट्रोल में कर पाएंगे। 

कई अध्ययनों में डायबिटीज के मरीजों के लिए सिगरेट छोड़ने की आदत के लिए आसान उपायों के बारे में बताया गया है, उसी की मदद लेते हैं-

सिगरेट छोड़ने की बात जैसे ही दिल में आए उसको तुरन्त कारगर बनाने के तरीकों को अपनाना शुरू कर दें। इतने अच्छे काम के लिए टाल-मटोल न करें। कहते हैं न, “कल करें सो आज कर, आज करे सो अब”- तो फिर देर किस बात की, अपनाइए यही पथ। 

1- डायबिटीज और स्मोकिंग : सिगरेट को करें दूर

सबसे पहले अपने पास से, घर से, ऑफिस से यानि सब जगह से सिगरेट निकाल कर फेंक दें। यहां तक कि सिगरेट की बात याद दिलाने वाली सारी चीजों को खुद से दूर कर दें। कहने का मतलब यह है कि अपने आस-पास से ऐश ट्रे, लाइटर, या माचिस की डिबिया भी दूर कर दें। 

2- डायबिटीज और स्मोकिंग : लंबी-लंबी सांसें लें

जब भी दिल में सिगरेट पीने की तलब जागे तो कम से कम 10 सेकेंड तक लंबी-लंबी सांस लें। 

3- डायबिटीज और स्मोकिंग : स्मोकिंग प्रोहिबिटेड पब्लिक प्लेस 

हंसें नहीं, यह आजमाया हुआ नुस्खा है। अगर आप स्मोकिंग प्रोहिबिटेड पब्लिक प्लेसेस में ज्यादा रहेंगे तो जायज है, चाह कर भी वहां सिगरेट पी नहीं पाएंगे। लाइब्रेरी, सिनेमा हॉल जैसी जगहों में आप सिगरेट नहीं पी सकते। मनोरंजन भी होगा और आदत छोड़ने में भी मदद मिलेगी। एक पंथ दो काम।  

4-डायबिटीज और स्मोकिंग : सही दोस्त की करें पहचान

जब आपने सिगरेट छोड़ने का मन बना ही लिया है तो दोस्तों की पहचान भी ठीक से कर लें। उन दोस्तों से दूर रहें जो सिगरेट छोड़ने की लत में बाधा उत्पन्न कर रहे हों। हमेशा उनसे दोस्ती करें जिन्होंने खुद सिगरेट पीना छोड़ा हो या सिगरेट की आदत छोड़ने में आपकी मदद कर रहे हैं। 

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5- डायबिटीज और स्मोकिंग : कम कैलोरी वाले हेल्दी फूड खाएं

जैसी ही सिगरेट पीने की इच्छा मन में होने लगे, तुरन्त ताजे फल या क्रंची सब्जियां खाएं। आप जैसे पहले अपने साथ सिगरेट ले जाना नहीं भूलते थें, उसी तरह अभी अपने साथ कम कैलोरी वाले ताजे फल रखना न भूलें। 

6-डायबिटीज और स्मोकिंग : रोजाना एक्सरसाइज करने की आदत डालें

क्या आप रोजाना एक्सरसाइज करते हैं? अगर हां, तो बहुत ही अच्छी बात है। नहीं तो, कल से करना शुरू कर दें। सुबह खुली ताजी हवा में एक्सरसाइज करने से देखेंगे कि सिगरेट छोड़ने से आपके भीतर जो स्ट्रेस महसूस हो रहा था, उससे आपको रिलीफ मिल रहा है। आप खुद को स्ट्रेस फ्री महसूस करेंगे। 

7- डायबिटीज और स्मोकिंग : कैफिन से रहें दूर

एक बात का ध्यान रहे कि, सिगरेट छोड़कर उसकी जगह पर हद से ज्यादा चाय या कॉफी पीना न शुरू कर दें। बहुत लोगों में यह देखा गया है कि सिगरेट की तलब को कम करने के लिए चाय या कॉफी पीने लगते हैं। 

नोट-ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

8- डायबिटीज और स्मोकिंग : अल्कोहल से करें परहेज

चायकॉफी की तरह ही शराब की लत भी न डालें। एक लत को छोड़कर दूसरे लत को अपनाना कहां की समझदारी है। आप तो समझदार है, इस बात को आप जरूर समझ पाएंगे। अगर सिगरेट नहीं पीने के कारण गला सूख रहा है, तो पानी पिएं।

9- डायबिटीज और स्मोकिंग : अपनी आदतों को बदलें

अगर आपको काम के ब्रेक में सिगरेट पीने की आदत थी, तो उस वक्त खुद को व्यस्त रखने के लिए थोड़ा टहलें, दोस्तों से बात करें, फोन पर क्विज या ब्रेन गेम खेल लें। इससे मन दूसरी तरफ हो जाएगा। 

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10- डायबिटीज और स्मोकिंग : अपने घर के लोगों को सिगरेट छोड़ने की खुशखबरी दें

आपने सिगरेट छोड़ने का संकल्प लिया है, इस खुशखबरी को अपनों को देना न भूलें। वो भी आपको इस संकल्प को पूरा करने में मदद और प्रोत्साहित करेंगे।

11- डायबिटीज और स्मोकिंग : खुद को प्यार करें

सुबह उठकर सबसे पहले यह सोचें कि आज क्या करने से आपको सबसे ज्यादा खुशी मिलेगी। जवाब मिल जाए, तो उसी चीज को पूरा करने की कोशिश करें। देखिए इस कोशिश में आपको कितनी खुशी मिलेगी। उदाहरण के लिए, अपना मनपसंद खाना बनाएं। खुद खाएं और दूसरों को खिलाएं। एक छोटा-सा फूल का पौधा लगाएं। उस फूल के पौधे के साथ आप इतना जुड़ जाएंगे कि उसको फलता-फूलता देखकर दिल को  सुकून मिलेगा। ऐसी ही छोटी-छोटी-सी चीजें आपकी जिंदगी को अलग ही अंदाज देगा और आप धुएं से भरी जिंदगी से कब दूर हो जाएंगे, आपको पता ही नहीं चलेगा। 

12- डायबिटीज और स्मोकिंग : निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरपी

अगर आपके लिए सिगरेट छोड़ना बहुत मुश्किल हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें और निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरपी करने की बात करें। इससे आपको सिगरेट छोड़ने में मदद मिलेगी। 

बस और क्या, आपका एक निर्णय आपको स्वस्थ जिंदगी के तरफ ले जाएगा। देर मत कीजिए, एक संकल्प स्वस्थ जिंदगी की तरफ ले लीजिए। ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी घरेलू उपचार, दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है

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