हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व है। चाहे कोई शुभ कार्य हो, यात्रा हो, या फिर कोई नया व्यवसाय शुरू करना हो—पंचांग के अनुसार मुहूर्त देखकर काम करने से सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आज, 5 अप्रैल 2025, शनिवार के पंचांग में हम जानेंगे कि आज का दिन कैसा रहेगा, कौन-से शुभ और अशुभ समय हैं, और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
तो चलिए, SociallyKeeda के साथ आज के पंचांग की गहराई में जाते हैं!
आज का पंचांग: मुख्य तिथि, नक्षत्र और योग
1. तिथि और वार
-
तिथि: अष्टमी (रात 12:05 बजे तक), फिर नवमी शुरू होगी।
-
वार: शनिवार (शनिदेव का दिन)
-
विक्रम संवत: 2082
-
शक संवत: 1947
-
माह: चैत्र मास (शुक्ल पक्ष)
-
ऋतु: वसंत
2. नक्षत्र और करण
-
नक्षत्र: आद्रा (सुबह 10:07 बजे तक), फिर पुनर्वसु नक्षत्र शुरू होगा।
-
करण: वृष्टि करण (दिन 12:42 बजे तक), फिर वाण और बालव करण आएंगे।
-
योग: अतिगंड (रात 12:01 बजे तक), फिर शुकर्मा योग शुरू होगा।
3. चंद्रमा और सूर्य की स्थिति
-
चंद्र राशि: मिथुन (रात 3:48 बजे तक), फिर कर्क राशि में प्रवेश।
-
सूर्य राशि: मीन
-
सूर्योदय: 6:07 AM
-
सूर्यास्त: 6:41 PM
-
चंद्रोदय: 11:39 AM
आज का शुभ और अशुभ समय (चौघड़िया मुहूर्त)
चौघड़िया मुहूर्त हिंदू ज्योतिष में किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए देखते हैं कि आज कौन-सा समय किस काम के लिए उपयुक्त है:
1. शुभ मुहूर्त
-
अमृत काल: दोपहर 3:32 से शाम 5:06 बजे तक (औषधि सेवन, ऑपरेशन के लिए श्रेष्ठ)।
-
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:59 AM से 12:49 PM तक (छोटे शुभ कार्यों के लिए अच्छा)।
-
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:29 से 3:02 बजे तक (सरकारी काम, केस-मुकदमे में सफलता)।
-
गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:29 से 6:53 बजे तक (भगवान की आरती के लिए उत्तम)।
-
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:34 से 6:06 बजे तक (पढ़ाई, व्यायाम, संगीत साधना के लिए श्रेष्ठ)।
2. अशुभ समय (बचने योग्य)
-
राहुकाल: सुबह 9:15 से 10:50 बजे तक (नए काम शुरू करने से बचें)।
-
गुलिक काल: सुबह 6:07 से 7:41 बजे तक (इस दौरान कोई बड़ा निर्णय न लें)।
-
दिशाशूल: पूर्व दिशा में यात्रा न करें (अगर जरूरी हो, तो अदरक खाकर यात्रा शुरू करें)।
आज के विशेष व्रत, त्योहार और धार्मिक महत्व
-
महा अष्टमी व्रत: आज अष्टमी तिथि है, जो माँ दुर्गा की पूजा के लिए शुभ मानी जाती है।
-
अन्नपूर्णा परिक्रमा: रात 12:05 बजे तक इसका विशेष महत्व है।
-
प्रदोष काल: शाम 6:41 से रात 8:58 बजे तक (भगवान शिव की पूजा का उत्तम समय)।
लग्न काल: जानिए आपकी राशि के अनुसार शुभ समय
लग्न काल के अनुसार, अगर आप कोई महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं, तो अपनी राशि के अनुसार समय चुनें:
-
मीन लग्न: 5:09 AM – 6:32 AM
-
मेष लग्न: 6:32 AM – 8:10 AM
-
वृष लग्न: 8:10 AM – 10:06 AM
-
मिथुन लग्न: 10:06 AM – 12:02 PM
-
कर्क लग्न: 12:02 PM – 2:41 PM
-
सिंह लग्न: 2:41 PM – 4:06 PM
-
कन्या लग्न: 4:59 PM – 7:16 PM
-
तुला लग्न: 7:16 PM – 9:36 PM
-
वृश्चिक लग्न: 9:36 PM – 11:55 PM
-
धनु लग्न: 11:55 PM – 1:09 AM (अगले दिन)
-
मकर लग्न: 1:09 AM – 3:42 AM
-
कुंभ लग्न: 3:42 AM – 5:09 AM
निष्कर्ष: आज का दिन कैसा रहेगा?
आज का दिन शनिवार होने के कारण शनिदेव की कृपा पाने का अच्छा अवसर है। अगर आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं, तो अभिजीत मुहूर्त, अमृत काल या विजय मुहूर्त का उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि, राहुकाल और गुलिक काल में कोई भी निर्णय लेने से बचें।
इसके अलावा, पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचें, और अगर जरूरी हो तो अदरक खाकर यात्रा शुरू करें। आज महा अष्टमी का व्रत है, इसलिए माँ दुर्गा की पूजा करने से विशेष लाभ मिलेगा।
SociallyKeeda पर आपके लिए ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारियाँ लेकर आते रहेंगे। अगर आपको यह पंचांग उपयोगी लगा हो, तो इसे शेयर करें और कमेंट में "जय श्री राम" लिखकर हमें बताएं! ????
धर्म शिक्षा की ओर से, जय माता दी!